भारत सरकार ने लगाया 23 विदेशी प्रजाति के कुत्तों पर प्रतिबंध….
भारत में अब कहीं पर भी इन कुत्तों को पाला अथवा रखा नहीं जा सकेगा... और ना ही इनके प्रजनन को बढ़ावा दिया जा सकेगा... क्रय विक्रय पर भी रोक...
(www.csnn24.com)रतलाम भारत में तेजी से महंगी प्रजाति के खतरनाक कुत्तों को पालने का चलन बढ़ता जा रहा है। खासकर उच्च वर्ग के लोगों में इनका पालन स्टेटस सिंबल बन गया है। खतरनाक प्रजाति के यह कुत्ते अपने मालिकों के साथ-साथ आमजन के लिए भी जानलेवा एवं घातक सिद्ध हो रहे हैं। भारत सरकार ने पिटबुल सहित 23 विदेशी प्रजाति के कुत्तों को अब भारत में पलना अथवा रखने एवं उनके क्रय विक्रय सहित प्रजनन पर भी रोक लगा दी है। पशुपालन मंत्रालय ने इस संदर्भ में आदेश भी जारी कर दिया है। अभी इसमें यह स्पष्ट नहीं है कि जिन लोगों के पास इस प्रकार के कुत्ते हैं उनका क्या भविष्य रहेगा।
:- प्रतिबंधित कुत्तों के नाम की सूची इस प्रकार है- सूची में पिटबुल टेरियर, टोसा इनु, अमेरिकन स्टैफोर्डशायर टेरियर, फिला ब्रासीलीरो, डोगो अर्जेंटीनो, अमेरिकन बुलडॉग, बोअरबोएल, कांगल, रूसी शेफर्ड, टॉर्नजैक, सरप्लानिनैक, जापानी टोसा और अकिता, मास्टिफ़्स, रॉटवीलर, टेरियर्स, रोडेशियन रिजबैक शामिल हैं। , वुल्फडॉग, कैनारियो, अकबाश डॉग, मॉस्को गार्ड डॉग, केन कोरसो एवं इसके अलावा अन्य ऐसी प्रजाति के कुत्ते जो प्रतिबंधित है।
उल्लेखनीय है की विदेश में अब स्ट्रीट डॉग्स के प्रति लोगों का रुख बदला है तथा वह उनको पालने अथवा रखने लगे हैं परंतु हमारे देश में अभी भी स्ट्रीट डॉग उपेक्षा का शिकार है। जबकि यह सबसे ज्यादा ह्यूमन फ्रेंडली होते हैं।