(www.csnn24.com)रतलाम के मध्य प्रदेश में राहुल गांधी अपनी भारत जोड़ो न्याय यात्रा के दौरान और ना तो रतलाम के कार्यकर्ताओं के साथ जुड़ पाए नहीं उनके साथ न्याय कर पाए। कुल मिलाकर राहुल गांधी की भारत जोड़ो नया यात्रा रतलाम में अपनों के साथ ही अन्याय अन्य करते हुए निकल गई।
काफी दिनों से रतलाम में राहुल गांधी के आने का इंतजार कर रहे कार्यकर्ताओं को कल खासी निराशा हाथ लगी जब राहुल गांधी के इंतजार में सजाए गए बड़े-बड़े मंचों पर खड़े कार्यकर्ता एवं कांग्रेस नेता हाथ हिलाते रह गए ।और राहुल गांधी वहां से अपनी गाड़ी तेजी से निकाल कर ले गए। इस वाक्ये के दौरान कार्यकर्ता अपने को ठगा सा महसूस कर रहे थे तथा कहीं कही कार्यकर्ता बोलते नजर आए कि यह तो भारत छोड़ो नहीं भारत भागो यात्रा नजर आ रही है। रतलाम में कांग्रेस का मिस मैनेजमेंट खुलकर सामने नजर आया और इसका खामियां जा शायद अन्य कांग्रेसी कार्यकर्ताओं को भुगतना पड़ा
। कई लोगों का राहुल गांधी से रूबरू मिलने का सपना चकनाचूर हो गया ।राहुल गांधी की भारत जोड़ो एवं न्याय यात्रा में भी कांग्रेस कार्यकर्ता एकजुट नजर नहीं आए तथा अपना-अपना शक्ति प्रदर्शन करने का प्रयास करते रहे। सात रूंडा चौराहे से राहुल की यात्रा ने रतलाम में प्रवेश करा यहां पर कांग्रेस जिला अध्यक्ष भारी मात्रा में
कार्यकर्ताओं के साथ उनके स्वागत के लिए तत्पर खड़े थे परंतु राहुल गांधी का काफिला तेजी से आया और चंद मिनट में ही वहां से गुजर गया इस दौरान उन्हें विश्व प्रसिद्ध विरुपाक्ष महादेव का चित्र भी देने का प्रयास किया गया परंतु वह लेते नजर नहीं आए और अंत में जीप में सवार उनके सुरक्षा गार्ड ने उसे लेकर जीप के पीछे डाल दिया।
इस दौरान एक बार पूनः एक किसान नेता का शक्ति प्रदर्शन सामने आया जब वह प्रोटोकॉल के विपरीत राहुल गांधी को अपने खेत में जामफल दिखाने के लिए ले गए। इस दौरान राहुल गांधी के काफिले की बहुत सी गाड़ियां आगे निकल गई थी और वहां उनको रुकना पड़ा। तत्पश्चात राहुल गांधी तेजी से रतलाम के फव्वारा चौक पर पहुंचे। यहां पर उनकी नुक्कड़ सभा पूरी तरह से अव्यवस्था और भगदड़ में तब्दील नजर आई कांग्रेस कार्यकर्ता जो अनुशासन की बात कर रहे थे वह स्वयं अनुशासन तोड़ते हुए उनको चारों तरफ से घेरते और नारेबाजी करते हुए दिखाई दिए तथा पुलिस राहुल गांधी के सुरक्षा गार्ड एवं क्रू मेंबर्स को काफी मशक्कत इनको संभालने के लिए करना पड़ी। इस दौरान उनकी जीप में कई नेता चढ़ने का प्रयास करते रहे और इस चक्कर में कांतिलाल भूरिया भी चढ़ते हुए गिरते गिरते बचे
। नुक्कड़ सभा के दौरान राहुल गांधी का माइक तीन बार खराब हो गया जिसके चलते हुए नाराज नजर आए तथा उन्होंने ज्यादा कुछ ना बोलते हुए अदानी और राम मंदिर के संदर्भ में बोला तथा यहां से प्रस्थान कर गए इस दौरान वह अपने ड्राइवर पर भी नाराज नजर आए जिसे नुक्कड़ सभा के दौरान ही गाड़ी आगे बढ़ा दी थी। रतलाम में कहीं जगह पर खासकर राम मंदिर चौराहे पर राहुल गांधी का भव्य स्वागत कांग्रेस कार्यकर्ताओं के द्वारा रखा गया था परंतु उन्हें पता ही नहीं चला कि राहुल गांधी उनके सामने से त्रिवगति से निकल गए हैं।
तथा वह हाथ में फूल माला गुलदस्ते तथा ढोल ढमाके बजाते हुए उनका इंतजार करते रहे। तत्पश्चात राहुल गांधी सैलाना पहुंचे वहां पर भी उन्होंने चंद मिनट में स्वर्गीय प्रभु दयाल गहलोत की प्रतिमा को प्रणाम कर कर इति श्री कर ली वहां पर माल्यार्पण का प्रोग्राम था उसके लिए भी नहीं उतरे ।पैलेस चौराहा पर उनकी आमसभा में खड़े सैकड़ो लोगों को समय निराश होना पड़ा जब उनकी गाड़ी वहां से भी तेजी से हाथ हिलाते हुए निकल गई और कार्यकर्ता हाथ मलते हुए रह गए इसके पश्चात राहुल गांधी सीधे सरवन पहुंचे तथा विश्राम करने चले गए। अपनी सभा के दौरान राहुल गांधी ने जहां मोदी और अडानी को लेकर कटाक्ष करें तो वहीं राम मंदिर को लेकर आदिवासी दलित एवं राष्ट्रपति द्रोपति मुर्मू की अनुपस्थिति को लेकर भी बात कही इसके अलावा उन्होंने कहा कि राम मंदिर के समझ में सिर्फ और सिर्फ राजनेता फिल्म स्टार और क्रिकेटर्स नजर आए आम आदमी दलित आदिवासी कहीं पर भी नहीं था उन्होंने अग्नि वीर परीक्षा को भी गलत बताया।