
(www.csnn24.com)रतलाम/जावरा कांग्रेस ने जावरा विधानसभा से हिम्मत सिंह श्रीमाल के स्थान पर वीरेंद्र सिंह सोलंकी को प्रत्याशी घोषित करने के बाद विरोध स्वरूप स्थानीय कांग्रेस में इस्तीफो की बाढ़ आ गई है। करीब 10 पदाधिकारी ने मंच से इस्तीफा देने की घोषणा की , बैठक में 10 पार्षद भी शामिल हुए जिन्होंने घोषित प्रत्याशी का जमकर विरोध किया। वरिष्ठ नेताओं के मना करने के बाद भी आक्रोशित कार्यकर्ताओं ने विरोध स्वरूप दो पुतले बैठक के बाद जलाए,3 घंटे चली बैठक के बाद हिम्मत सिंह श्रीमाल ने घोषित प्रत्याशी वीरेंद्र सिह पर हमला बोलते हुए कहा कि रतलाम कलेक्टर ऑफिस में प्रकरण क्रमांक 21/ जिला बदर/ 2021 की प्रति मंगाए तो घोषित प्रत्याशी की सारी स्थिति आम जनता के सामने आ जाएगी, 3 घंटे चली बैठक के बाद श्रीमाल बोले, 2 दिन बाद हम अपने पत्ते खोलेंगे।

उल्लेखनीय की जावरा से कांग्रेस के द्वारा हिम्मत श्रीमाल को अपना उम्मीदवार बनाया गया था उसके पश्चात कुछ कांग्रेसी नेताओं के द्वारा उनका विरोध किया गया विरोध करने वालों में प्रमुख रूप से वीरेंद्र सिंह सोलंकी, राजेश भरावा, डीपी धाकड़ शामिल थे। यह तीनों काफी लंबे समय से जावरा विधानसभा क्षेत्र से टिकट के लिए मशक्कत कर रहे थे और तीनों अपना अपना टिकट तय मन कर चल रहे थे, परंतु अचानक से हिम्मत श्रीमाल को टिकट दे दिया गया उसके पश्चात से ही यहां पर विरोध के स्वर उठने लगे थे तथा कुछ कार्यकर्ताओं के द्वारा हिम्मत श्रीमाल का पुतला भी फूंका गया था तत्पश्चात बागी कांग्रेसियो ने कमलनाथ के निवास पर जाकर भी प्रदर्शन किया था। कांग्रेस प्रत्याशी के घोर विरोध को देखने के बाद यहां पर टिकट बदल गया है और अब वीरेंद्र सिंह सोलंकी का विरोध इन्हें टिकट मिलने के पश्चात शुरू हो गया है उन्हें बाहरी नेता बताते हुए आरोप प्रत्यारोप के दौर चल रहे हैं। कांग्रेस में मचे हुए इस घमासान ने जावरा चुनाव को रोचक बना दिया है और इन बगावत की सुरों का भाजपा सीधा-सीधा फायदा उठाने की तैयारी में है। जिस प्रकार से बगावत के शुरू उठ रहे हैं लगता है या मामला चुनाव तक थमने वाला नहीं है दोनों बगावती अच्छा एक दूसरे के खिलाफ पत्ते खोलने और पोल खोलने की बातें कर रहे हैं।