सैलाना विधायक कमलेश्वर डोडियार दे रहे राजस्थान मुख्यमंत्री को चुनौती….. पूर्व में 23 मुकदमे दर्ज हैं नरेश मीणा पर. उसे रिहा करने की मांग…
थप्पड़बाज' नरेश मीणा पर पहले से दर्ज हैं 23 मुकदमे....आगजनी- तोड़फोड़ के बाद पुलिस ने खोले पुराने केस...
(www.csnn24.com) रतलाम जिले का सैलाना से निर्दलीय विधायक कमलेश्वर डोडियार नरेश मीणा के समर्थन में सामने आए हैं। उन्होंने राजस्थान के मुख्यमंत्री को एक चुनौती द्वारा पूर्ण पत्र लिखा है। एवं नरेश मीणा को रिहा करने की मांग करी है। उल्लेखनीय की नरेश मीणा के द्वारा टोंक में एसडीएम से बदतमीजी करते हुए उन्हें थप्पड़ मारा गया था। इसके पश्चात वहां पर आगजनी एवं अन्य घटनाएं भी हुई थी। कमलेश्वर डोडियार नरेश मीणा की रिहाई की मांग कर रहे हैं उस पर पूर्व से ही 23 मुकदमे दर्ज हैं।
कमलेश्वर डोडियार का कहना है कि:-
चेतावनी के साथ माँग करता हूँ कि राजस्थान के मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा देवली से विधानसभा उपचुनाव के उम्मीदवार नरेश जी मीणा सहित सभी निर्दोष साथियों को तत्काल रिहा करवाए।
राजस्थान के टोंक में एसडीएम को थप्पड़ मारने वाले नरेश मीणा को पुलिस ने उसके गांव से गिरफ्तार कर लिया है. हालांकि, इस दौरान पुलिस को नरेश मीणा के समर्थकों का विरोध झेलना पड़ा. गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने नरेश मीणा को लेकर बड़ा खुलासा किया है।
राजस्थान के टोंक में एसडीएम को थप्पड़ मारने वाले नरेश मीणा को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. गिरफ्तारी के बाद पुलिस उसके एक-एक राज खोल रही है. दरअसल नरेश मीणा के खिलाफ कुल 23 मुकदमे दर्ज हैं. जिसमें 5 में कार्रवाई शेष है. इन मुकदमों में गुरुवार को दर्ज मामलों को नहीं जोड़ा गया है. इस बात की पुलिस ने दी।
राजस्थान के टोंक में एसडीएम को थप्पड़ मारने वाले नरेश मीणा को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. टोंक के एसपी भारी पुलिस फोर्स के साथ नरेश मीणा को गिरफ्तार करने उसी गांव में पहुंचे थे, जहां मीणा अपने समर्थकों के साथ धरने पर बैठे थे. हालांकि इस दौरान नरेश मीणा सरेंडर करने से मना करते रहे थे. वो कह रहे थे कि जबतक उनकी शर्त नहीं मानी जाती तब तक वो सरेंडर नहीं करेंगे, हालांकि पुलिस ने मीडिया के सामने ही नरेश मीणा को गिरफ्तार कर लिया.
नरेश मीणा ने एसडीएम पर लगाए ये आरोप
नरेश मीणा ने एसडीएम पर आरोप लगाते हुए कहा था कि गांव के लोग वोटिंग का बहिष्कार कर रहे थे, लेकिन एसडीएम बीजेपी बीजेपी कैंडिडेट को जिताने के लिए वहां फर्जी वोटिंग करा रहे थे. इतना ही नहीं एसडीएम ने आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, उसके पति और एक टीचर को धमकाया कि अगर वोट नहीं डाला तो उनकी सरकारी नौकरी चली जाएगी।
फिलहाल नरेश मीणा को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।