(www.csnn24.com)रतलामः भविष्य निर्माण की राह आसान करने के उद्देश्य को लेकर, स्टेट बैंक ऑफ इंडिया द्वारा राॅयल कालेज में एजुकेशनल लोन पर सेमीनार का आयोजन किया गया। सेमीनार में मुख्य वक्ता स्टेट बैंक ऑफ इंडिया, औद्योगिक ब्रांच, रतलाम के मुख्य प्रबंधक प्रदीप सक्सेना तथा विशिष्ट अतिथि के रूप में शा. कला एवं विज्ञान महाविद्यालय के जनभागीदारी समिति अध्यक्ष विनोद करमचंदानी रहे।सेमीनार में अतिथियों का स्वागत राॅयल ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशन्स के चेयरमेन प्रमोद गुगालिया एवं डायरेक्टर डाॅ. उबेद अफजल ने किया। विशिष्ट अतिथि विनोद करमचंदानी ने अपने उद्बोधन में कहा कि, भारत में बेहतर एवं उच्च शिक्षा हासिल करने की जिजीविशा लगातार बढ़ रही है। शासन एवं बैंको की योजनाओं का लाभ लेते हुए मेधावी विद्यार्थी अपने केरियर के नये आयाम छू रहे है। श्री करमचंदानी ने एजुकेशनल लोन के महत्व व उसके उपयोग की सटीकता पर प्रकाश डाला।
सेमीनार में स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के ब्रांच मेनेजर प्रदीप सक्सेना ने बैंक द्वारा उच्च एवं तकनीकी शिक्षा हेतु दिये जाने वाले एजुकेशनल लोन की प्रक्रिया, उस पर लगने वाले मार्जिन एवं ब्याज दरों की विस्तृत जानकारी दी। श्री सक्सेना ने बताया कि 4 लाख रूपये के एजुकेशनल लोन के लिये किसी प्रकार की सिक्युरिटी जमा कराने की जरूरत नहीं होती है तथा उन्होने यह भी बताया कि, एजुकेशनल लोन का भुगतान कोर्स समाप्ति के 1 वर्ष या नौकरी लगने के 6 माह पश्चात जो भी पहले हो, किये जाने का प्रावधान है।सेमीनार का संचालन दिनेश राजपुरोहित ने किया तथा कार्यक्रम में राॅयल महाविद्यालय के डाॅं. रविन्द्र कौर अरोरा, डाॅं. प्रवीण मंत्री, डाॅं. अमित शर्मा, डाॅं. मनीष सोनी, डाॅं. अजीत प्रसाद चैहान, डाॅं. संदीप सिद्ध आदि उपस्थित रहे।