ब्रेकिंग
राष्ट्रपति के नाम विश्व हिंदू परिषद का ज्ञापन... बंगाल में राष्ट्रपति शासन की मांग.... नगर निगम ने बांध दी ठठरी... डीपी ज्वेलर्स को थमाया एक लाख अस्सी हजार रुपए का नोटिस... रिश्वत लेते हुए सरपंच रंगे हाथों गिरफ्तार... ₹20000 की मांगी थी रिश्वत... हरे अथवा किसी भी रंग से मुझे कोई दिक्कत नहीं है परंतु कायदे में रहोगे तो फायदे में रहो.. भारत को पाक... भाजपा ने मुख्यमंत्री डॉ.मोहन यादव का किया आत्मीय स्वागत... अत्यधिक गर्मी एवं लू से बचने के लिए नागरिक अपनाएं सावधानियाँ.... कैबिनेट मंत्री चेतन्य काश्यप ने झंडा फहराकर भाजपा का 46 वा स्थापना दिवस मनाया... प्रदेश में हर्ष और उल्लास के साथ मना भाजपा का स्थापना दिवस.... अरेरा और शाहपुरा मंडल के बूथों पर भी मना स्थापना दिवस... 180 देशों में एक साथ मना विश्व नवकार महामंत्र दिवस....
ज्ञान भंडारपर्यावरण

रात में आसमान की चमक 8 साल पहले के मुकाबले दो गुना ज्यादा हो गई है

नए अध्ययन में पाया गया है कि रात का आसमान दुनिया भर ज्यादा चमकीला होता जा रहा है

Publish Date: January 23, 2023

पिछले कई सालों से शहरों में की कृत्रिम रोशनी (Artificial light at Night) ने दुनिया के खगोलविदों को अंतरिक्ष के अवलोकनों में लगातार बाधा डालने का काम किया है| इसी वजह से तारों का अवलोकन (Study of stars at Might) करने मे लोगों को परेशानी बढ़ती जा रही है क्योंकी रात को होने वाली कृत्रिम रोशनी तारों की ओर से आने वाली रोशनी मिल जाती है जिसकी वजह से खगोलविदों और तारों का अवलोकन करने वाले अन्य लोग दिक्कतों का सामना करते हैं| नए अध्ययन में पाया गया है कि आज का आसमान की चमक (Brightness of nightsky) 8 साल पहले की तुलना में दो गुना ज्यादा हो गई है, जिसकी प्रमुख वजह विस्तृत होता प्रकाश प्रदूषण है|

पिछले कुछ सालों में दुनिया में शहरी इलाकों का दायरा फैलता चला जा रहा है| यही वजह है कि रात की चमक तो दुनिया में बढ़ ही रही है, उसका दायरा भी फैलता जा रहा है जिसने तारों का अवलोकन और ज्यादा दुश्वार बना दिया है. क्योंकि रात में तारों से पृथ्वी की ओर आने वाली रोशनी धरती के प्रकाश प्रदूषण से मिल जाता है|

प्रकाश प्रदूषण की चिंता नई नहीं है. 1973 में खगोलविद कुर्ट रीगल ने चेताया था कि कृत्रिम प्रकाश तेजी से हमारे रात के दृश्य को बदल रहा है| तभी से हमने देखा है कि प्रकाश प्रदूषण फैलते शहरी क्षेत्र में बढ़ रहा है जिससे पारिस्थितिकी और कीट पंतंगों की जनसंख्या पर भी विपरीत प्रभाव पड़ता है जो अंधेरे पर ज्यादा निर्भर रहते हैं|

नए अध्ययन ने दर्शाया है कि रात का आसमान बेतरतीब गति से पूरी दुनिया में सभी जगह पर ज्यादा चमकीला हो रहा है और यह दर जितना कि सैटेलाइट पहले दिखा रहे थे उससे कहीं तेज गति बढ़ रही है| यानि अब धुंधले तारों की रोशनी रात को कृत्रिम रोशनी की वजह से हमें दिखाई नहीं देगी और हमारे खगोलविदों की अंतरिक्ष के टेलीस्कोप पर ज्यादा निर्भर रहना पड़ेगा|

शोधकर्ताओं ने पाय कि राक का आसनाम 2011 से 2022 तक करीब 7 से 10 फीसद ज्यादा चमकीला हो गया है. इसका मतलब है कि आठ साल से कम के समय में ही आसमान की चमक दो गुना हो गई है और पिछले 18 सालों में चार गुना ज्यादा हो गई है| शोधकर्ताओ ने आकलन कर पाया कि जिस बच्चे ने दिखाई देने वाले 250 तारों के समय जन्म लिया होगा, वही बच्चा अपना स्कूल पूरा करने पर सौ से भी कम तारे देख पाएगा|

Show More

Sheemon Nigam

Chief Editor csnn24.com Artist by Passion, Journalist by Profession. MD of Devanshe Enterprises, Video Editor of Youtube Channel @buaa_ka_kitchen and Founder of @the.saviour.swarm. Freelance Zoophilist, Naturalist & Social Worker, Podcastor and Blogger. Experience as Anchor, Content creator and Editor in Media Industry. Member of AWBI & PFA India.

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button
Don`t copy text!