
(www.csnn24.com) सबसे पहले हम आपसे अपील करते हैं कि:-
*युद्ध की संभावना के चलते छुट्टी पर गए सैनिक अब सीमा की ओर रवाना हो रहे हैं। किसी भी प्रकार के वाहन में, कृपया उठकर उन्हें बैठने दें। रिज़र्वेशन का मतलब अधिकार नहीं होता। अगर हमें यह एहसास हो जाए कि “मैं हूं क्योंकि वे हैं”, तो यह स्वाभाविक रूप से होगा। उनके लिए टॉयलेट के पास, सीढ़ियों पर, दरवाज़े पर या ज़मीन पर बैठना उचित नहीं है। वे हमारे देश का गर्व हैं, हमारे रक्षक हैं। उन्हें बैठने दें, क्योंकि वे आपको जीने देते हैं। आगे जाकर उन्हें सीमा पर खड़ा होना है, इसलिए अभी उन्हें बैठने दें। अगर वे ट्रेन या बस तक पैदल जा रहे हों तो उन्हें अपनी गाड़ी में बैठा लें। वे शायद आपको सीट न दें… लेकिन वे आपके लिए जान ज़रूर देंगे।
आतंकियों के वो नौ ठिकाने जिन पर क़हर बन कर टूटी भारतीय सेना।
1.मरकज़ सुबहान अल्लाह, Bahawalpur
(Punjab, Pakistan)
जैश-ए-मोहम्मद का हेडक्वार्टर
पुलवामा अटैक में भी यहीं से हुई थी प्लानिंग और ट्रेनिंग
2.मरकज़ तैय्यबा, Muridke
(Punjab, Pakistan)
लश्कर-ए-तैय्यबा का ट्रेनिंग कैंप
जैश-ए-मोहम्मद का लांच पैड
भारत में घुसपैठ यहीं से होता है
3.सरजल/ तेहरा कलन, Narowal
(Punjab, Pakistan)
जैश-ए-मोहम्मद का लांच पैड
यहीं से भारत में घुसपैठ की तैयारी
4.मेहमूना ज़ोया फैसेलिटी, Sialkot
(Punjab, Pakistan)
हिजबुल मुजाहिद्दीन का आपरेशनल साइट
घुसपैठ के लिए यहां होती है तैयारी
5.मरकज़ अहले हदीस, Barnala
(Bhimber, PoJK)
लैश्कर-ए-तैयब्बा का घुसपैठ सेंटर
पुंछ-राजौरी-रियासी सेक्टर में यहीं से घुसपैठ
6.मरकज़ अब्बास, Kotli (PoJK)
जैश-ए-मोहम्मद का सेंटर
7.मसकर राहील शाहिद, Kotli (PoJK)
हिजबुल मुजाहिद्दीन का लांच पैड
8.शवई नल्लाह कैंप, Muzaffarabad (PoJK)
लैश्कर-ए-तैयब्बा का भर्ति सेंटर
9.मरकज़ सैयदना बिलाल,Muzaffarabad (PoJK)
जैश-ए-मोहम्मद का पाक अधिकृत कश्मीर में मुख्यालय
मुजफ्फराबाद के लाल किले इलाके में स्थित
भारतऑपरेशन सिंदूर भारत की सैन्य ताकत, खुफिया क्षमता और आतंकवाद के खिलाफ दृढ़ संकल्प का प्रतीक है. बहावलपुर के मार्कज सुभान अल्लाह पर बंकर बस्टर बमों के कथित उपयोग ने जैश-ए-मोहम्मद को भारी नुकसान पहुंचाया. SCALP, HAMMER, ब्रह्मोस और पिनाका जैसे हथियारों ने पाकिस्तान के HQ-9 एयर डिफेंस सिस्टम को बेकार साबित किया.
7 मई 2025 को भारत ने पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में आतंकी ठिकानों पर सटीक और घातक हमले किए, जिन्हें “ऑपरेशन सिंदूर” नाम दिया गया. यह ऑपरेशन 22 अप्रैल 2025 को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले का जवाब था, जिसमें 25 भारतीय और एक नेपाली नागरिक मारे गए थे.
इस ऑपरेशन में भारत ने नौ आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया, जिनमें पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में स्थित बहावलपुर का मार्कज सुभान अल्लाह, जैश-ए-मोहम्मद (JeM) का मुख्यालय प्रमुख लक्ष्य था. भारत ने इन हमलों में बंकर बस्टर बम जैसे उन्नत हथियारों का इस्तेमाल किया, जो गहरे बंकरों और मजबूत संरचनाओं को नष्ट करने में सक्षम हैं.
इन जगहों पर थे टारगेट
नौ लक्ष्यों में से चार पाकिस्तान में (बहावलपुर, मुरीदके, सियालकोट) और पांच PoK में (मुजफ्फराबाद, कोटली, बाग, भिंबर, चक अमरु) थे. इनमें मरकज सुभान अल्लाह, बहावलपुर, जैश-ए-मोहम्मद का सबसे महत्वपूर्ण ठिकाना था, जिसे 2019 के पुलवामा हमले की साजिश से भी जोड़ा जाता है.
मरकज सुभान अल्लाह: जैश-ए-मोहम्मद का गढ़
मरकज सुभान अल्लाह, जिसे जमिया मस्जिद सुभान अल्लाह या उस्मान-ओ-अली कैंपस भी कहा जाता है. बहावलपुर में 18 एकड़ में फैला एक विशाल परिसर है. यह जैश-ए-मोहम्मद का परिचालन मुख्यालय है, जहां भर्ती, फंडरेजिंग और आतंकी प्रशिक्षण होता है.
स्थान: बहावलपुर, पंजाब, पाकिस्तान. यह लाहौर से लगभग 400 किमी दक्षिण में है. भारत की राजस्थान सीमा के करीब है.
महत्व: जैश के संस्थापक मौलाना मसूद अजहर का जन्म 1968 में बहावलपुर में हुआ था. वह इस परिसर में भारी सुरक्षा के बीच रहता है. यह परिसर 1999 के इंडियन एयरलाइंस उड़ान IC-814 अपहरण और 2019 के पुलवामा हमले की साजिश का केंद्र रहा.
संरचना: परिसर में एक बड़ी मस्जिद, 600 से अधिक प्रशिक्षुओं के लिए मदरसा, स्विमिंग पूल, घोड़ों के लिए अस्तबल और जिमनैजियम है. यह अल-रहमत ट्रस्ट के जरिए फंडेड है, जो जैश का एक मुखौटा संगठन है.
ISI का समर्थन: यह परिसर पाकिस्तान की 31 कोर की सैन्य छावनी के कुछ मील की दूरी पर है, जिसे ISI के समर्थन का सबूत माना जाता है.
बंकर बस्टर बम का इस्तेमाल
सोशल मीडिया और कुछ अनौपचारिक स्रोतों के अनुसार भारत ने मार्कज सुभान अल्लाह जैसे मजबूत ठिकानों को नष्ट करने के लिए बंकर बस्टर बम का इस्तेमाल किया. हालांकि, रक्षा मंत्रालय ने आधिकारिक तौर पर इसकी पुष्टि नहीं की है. बंकर बस्टर बम ऐसे हथियार हैं, जो गहरे बंकरों, भूमिगत सुविधाओं और प्रबलित संरचनाओं को नष्ट करने के लिए डिजाइन किए गए हैं.
क्या हैं बंकर बस्टर बम?
ये बम जमीन में 30-60 फीट की गहराई तक घुसकर विस्फोट करते हैं. इनका वजन 900 किग्रा से 13,600 किग्रा तक हो सकता है. उदाहरण के लिए, इजरायल ने 2024 में हिज्बुल्लाह नेता हसन नसरल्लाह को मारने के लिए 80-85 बंकर बस्टर बमों का इस्तेमाल किया था.
भारत का उपयोग
भारत ने SCALP क्रूज मिसाइल (रेंज: 560 किमी) और HAMMER प्रेसिजन-गाइडेड म्यूनिशन का इस्तेमाल किया, जो राफेल लड़ाकू विमानों से दागे गए. कुछ स्रोतों के अनुसार, लोइटेरिंग म्यूनिशन्स (कामिकेज ड्रोन) और पिनाका मल्टी-बैरल रॉकेट लॉन्चर (रेंज: 75 किमी) का भी उपयोग हुआ. ये हथियार बंकरों को नष्ट करने में सक्षम हैं.
प्रभाव: सुभान अल्लाह में भारी विनाश की खबरें हैं. सोशल मीडिया पर वीडियो में बहावलपुर और मुजफ्फराबाद में विस्फोट दिखे. पाकिस्तानी सेना ने दावा किया कि सुभान अल्लाह मस्जिद को निशाना बनाया गया, लेकिन भारत ने इसे आतंकी प्रशिक्षण केंद्र बताया.
ऑपरेशन की रणनीति और हथियार
ऑपरेशन सिंदूर में भारत ने इजरायली शैली की सटीक और सीमित कार्रवाई को अपनाया.
खुफिया जानकारी: रॉ (RAW) ने नौ लक्ष्यों के सटीक निर्देशांक प्रदान किए. राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोवाल ने 15 से अधिक उच्च-स्तरीय बैठकों में ऑपरेशन की योजना बनाई.
राफेल जेट्स: SCALP मिसाइलें और HAMMER म्यूनिशन से लैस. ये हमले भारतीय हवाई क्षेत्र से किए गए.
ब्रह्मोस मिसाइल: 400 किमी रेंज, 2.8 मैक गति. यह बंकरों को भेदने में सक्षम है.
पिनाका MBRL: 75 किमी रेंज, एक साथ कई लक्ष्यों को निशाना बनाने में सक्षम.
SEAD रणनीति: भारत ने पाकिस्तान के चीनी HQ-9 एयर डिफेंस सिस्टम को निष्क्रिय करने के लिए सप्रेशन ऑफ एनिमी एयर डिफेंस (SEAD) रणनीति अपनाई.
समन्वय: थलसेना, नौसेना और वायुसेना ने संयुक्त रूप से हमले किए. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रातभर ऑपरेशन की निगरानी की.