जिला जेल में बन गया बंदी हॉस्पिटल और नशा मुक्ति केंद्र अब खुलेगा कैंटीन…
रतलाम शहर की जिला जेल में अनूठी पहल...
(www.csnn24.com) रतलाम आज रतलाम सर्किल जेल में महानिदेशक जेल मैं महानिदेशक अरविंद कुमार के द्वारा बंदियों के लिए नशा मुक्ति वार्ड का लोकार्पण किया गया इसके साथ साथ कैदियों के लिए 15 बिस्तर का हॉस्पिटल भी जिला जेल में शुरू किया गया है। और अब बहुत जल्द ही बंदियों के लिए एक कैंटीन की व्यवस्था की जाएगी।
सर्किल जेल रतलाम में आज अरविंद कुमार ,जेल महानिदेशक ने ड्रग एडिक्ट बंदियों हेतु नशामुक्ति वार्ड, जेल चिकित्सालय और सांस्कृतिक भवन का लोकार्पण किया l जेल में 2 अंशकालीन जेल चिकित्सक और एक मेल नर्स हैँ l वर्तमान 590 बन्दी जेल में परिरुद्ध हैँ l जिसमें 15 बन्दी ड्रग एडिक्ट हैँ और 30 बंदियों का जिला चिकित्सालय में और MYH में उपचार चल रहा है l
महानिदेशक जेल ने बीमार बंदियों से, ड्रग एडिक्ट बन्दियों से तथा अन्य बन्दियों से विस्तृत चर्चा की l इस अवसर जेल महानिदेशक ने सर्किल जेल रतलाम में शीघ्र केंटीन प्रारंभ करने की घोषणा की इसके मांग बंधुओं के द्वारा रखी गई थी l बन्दियों ने इस अवसर पर सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया l
जेल महानिदेशक ने बन्दियों को माफी और स्टाफ को पुरुस्कार देने की घोषणा की l उल्लेखनीय की रतलाम सर्किल जेल में 15 बिस्तर का नशा मुक्ति वार्ड और 15 बिस्तर का अस्पताल बनाया गया है। जेल सुपरिंटेंडेंट एलके एप्स भदोरिया ने csnn24.com से चर्चा करते हुए बताया कि ऐसे बंदी जो विभिन्न प्रकार के गंभीर नशे के आदि हैं, वह नशे की लत के चलते वे स्वयं तो परेशान होते ही हैं अन्य लोगों को भी परेशान करते हैंl इसी के चलते सर्किल जेल में यह व्यवस्था की गई हैl और इस प्रयास से बंदियों को नशा मुक्त कर कर रिहा होने पर पुनः समाज की मुख्यधारा में शामिल होने पर कोई दिक्कत नहीं आए ऐसा प्रयास किया गया हैl कैंटीन के संदर्भ में जब उनसे चर्चा की गई तो उन्होंने बताया कि अभी वर्तमान में सिर्फ 11 केंद्रीय जेलों में इस प्रकार की व्यवस्था हैl 124 बंदी ग्रहों के अंतर्गत मात्र 11 जेलो प्रकार की अभी व्यवस्था हैl छोटी और सब जेलों में इस प्रकार की व्यवस्था नहीं हैl जेल महानिदेशक ने बंदियों से चर्चा करने के पश्चात इस बात का आश्वासन दिया है कि शीघ्र ही इस प्रकार की व्यवस्था करने के प्रयास किए जाएंगेl उल्लेखनीय है कि यदि किसी जेल में कैंटीन की व्यवस्था होती है तो उसमें एक सहकारी समिति बनाई जाती हैl यह सहकारी समिति में बंदी के परिजनों के द्वारा ₹1000 जमा कर कर रसीद प्राप्त की जाती है, तथा कैंटीन के माध्यम से बंदियों को रोजमर्रा का सामान जैसे नमकीन बिस्किट टूथपेस्ट आदि उपलब्ध कराए जाते हैंl पैसे जमा रहने के दौरान यदि किसी बंदी की सजा अवधि समाप्त हो जाती है अथवा वह बरी हो जाता है तो उसके परिजनों को शेष राशि लौटा दी जाती हैl इस कैंटीन में सिर्फ रोजमर्रा की चीजें उपलब्ध कराई जाती है इसके अलावा अन्य किसी भी प्रकार की चीजें प्रतिबंधित हैl वर्तमान में डॉ रवि दिवेकर एवं ललित जायसवाल अपनी सेवाएं दे रहे हैंl जेल महानिदेशक के द्वारा सर्किल जेल के सुपरिंटेंडेंट एल के एस भदोरिया के इन प्रयासों की खुले मन से सराहना की गईl उल्लेखनीय के भदोरिया के द्वारा सर्किल जेल में कैदियों के लिए समय-समय पर नवाचार किए जाते हैंl तथा उनके प्रयासों से ही कैदियों के मनोरंजन के लिए जेल में लगभग सभी वार्डों में समाजसेवियों के द्वारा एलईडी टीवी भी उपलब्ध कराए गए हैंl