योगासन करने से सेहत को कई फायदे हो सकते हैं। वहीं योग शरीर को तंदुरुस्त बनैतै हौ। ऐसा ही एक आसन है फलकासन। फलकासन को अंग्रेजी में प्लैंक पोज़ के नाम से जाना जाता है। बता दें कि हिंदी में फलक को लकड़ी का तख्ता कहा जाता है वहीं आसन का अर्थ होता है बैठना। इस आसन को करने से पेट की मसल्स पर दबाव पड़ता है। । ऐसे में कुछ ही दिनों में पेट में जमा फैट कम हो जाता है।
पहले शब्द फलक का अर्थ लकड़ी का तख्ता होता है जबकि दूसरे शब्द आसन का अर्थ बैठना होता है। इस आसन को करने के दौरान शरीर लकड़ी के तख्ते की तरह ही सीधा और सख्त रखना होता है। ये नाम इसे इसकी स्थिति की वजह से मिला है।
फलकासन करने के दौरान शरीर का संतुलन दोनों हाथों पर ही बनाना होता है। फलकासन को सिक्स पैक योगासन का हिस्सा माना जाता है। इस आसन को करने के दौरान कुछ ही सेकेंड में पेट की मसल्स पर दबाव पड़ना शुरू हो जाता है। इसके नियमित अभ्यास से निश्चित रूप से पेट पर जमे हुए फैट को कम किया जा सकता है।
फलकासन को करने से शरीर का स्टैमिना बढ़ता है। फलकासन को करने से माइग्रेन के साथ-साथ ऑस्टियोपोरोसिस की समस्या भी दूर हो सकती है। फलकासन को करने से चेस्ट की मसाज भी स्ट्रॉन्ग होती है। शरीर की ताकत को बढ़ाने में प्रकाशन आपके बेहद काम आ सकता है। एकाग्रता शक्ति बढ़ाना चाहते हैं तो आप फलकासन कर सकते हैं।