“भारत माता की जय” जानिए रोचक जानकारी.. भारत माता के विषय में..
आखिर किसने बनाई उनकी पहली तस्वीर
(www.csnn24.com)| ‘भारत माता की जय’ का नारा लाखों दिलों में जोश भर देता है। लेकिन आखिर भारत माता कौन हैं, आइए जानते हैं इनके बारे में।साडी़ पहनकर हाथों में तिरंगा लिए आपने किताबों या इंटरनेट पर भारत माता की फोटो देखी होगी या फिर आजादी के इतिहास की किताबों में‘ भारत माता कि जय’ के नारा पढ़ा होगा। यह नारा लाखों लोगों में जोश भर देता है, लेकिन क्या आपने कभी यह सोचा कि आखिर पेंटिंग में नजर आने वाली भारत माता कौन हैं?
भारत माता के बारे में हमें किसी प्राचीन कहानी में सुनने को नहीं मिलता है। ऐसे में जो तस्वीर आज आप देखते हैं उसे 19वीं सदी के स्वतंत्रता संग्राम के दौरान तैयार किया गया था। सन 1873 के दौरान किरन चंद्र बनर्जी के लिखे नाटक का शीर्षक ‘भारत माता’था। इतिहास की माने इस नाटक में ही पहली बार ‘भारत माता की जय’ के नारे की शुरुआत हुई।
भारत की सबसे पहली तस्वीर बनाने का श्रेय अवनींद्रनाथ टैगोर को जाता है। इस वाटर कलर की तस्वीर में भारत माता भगवा रंग का बंगाली परिधान पहने नजर आईं थीं। इस तस्वीर में नजर आने वाली देवी को बंग देवी भी कहा गया, जिसके हाथ एक हाथ में किताब, धान की पुली, माला और सफेद वस्त्र था।
इस तस्वीर के बाद तमाम कलाकारों ने अलग-अलग तरीकों से भारत माता की तस्वीर बनाई। कहीं उन्हें मां उन्हें मां दुर्गा का स्वरूप दिखाया गया तो कहीं उन्हें मां गंगा के रूप में चित्रित किया गया। आजादी की लड़ाई के दौरान सुब्रमण्यम भारती जी ने भारत माता की तस्वीर बनाई, जिसमें भारत मां को गंगा की धरती के तौर पर दर्शाया गया है। ज्यादातर तस्वीरों में भारत माता साड़ी पहने, हाथ में भगवा झंडा लिए शेर पर सवार रहतीं।
देश की आजादी के दौरान कई तरह की तस्वीरें सामने आई। जिसमें भारत माता के साथ देश के राजनीतिक लीडर भी नजर आए। इसके अलावा कई तस्वीरों में भारत माता हाथों में तिरंगा झंडा लिए नजर आईं।
भारत में साल 1936 में वाराणसी के काशी यूनिवर्सिटी में भारत माता के पहले मंदिर की स्थापना हुई। जिसे शिव प्रसाद गुप्ता ने बनवाया। मंदिर का उद्घाटन महात्मा गांधी ने किया। इसके बाद विश्व हिंदू परिषद द्वारा भारत माता मंदिर की स्थापना की गई।तब से लेकर आज तक तस्वीरों में भारत माता को अलग-अलग तरह से दर्शाया गया।