(www.csnn24.com) रतलाम नगर सरकार के मुखिया महापौर प्रहलाद पटेल का एक वीडियो सोशल मीडिया में तेजी से वायरल हो रहा है lजिसमें महापौर आम जनता से समस्या सुनने के बजाय अपनी समस्याएं जनता को बता रहे हैं lऔर कहते नजर आ रहे हैं कि यदि हम स्वच्छता की रैंकिंग में नंबर नहीं बढ़ाते हैं तो ऊपर से विकास कार्य के लिए पैसा नहीं मिलेगा lइसके अलावा उन्होंने यह भी बताया कि यदि नगर निगम अपने अधिपत्य में आने वाले सभी टैक्स शत-प्रतिशत वसूल नहीं पाया तो 2040 की अमृत योजना का 72 करोड़ रुपया भी खटाई में पड़ जाएगाl इसके अलावा महापौर ने समस्या सुनाने गए लोगों से बोला कि अब नगर निगम घर घर जाने वाले कचरा वाहनों के नाम पर कचरा वाहन शुल्क प्रति दिन ₹2 प्रत्येक घर से वसूलने की तैयारी कर रहा है.l आज सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है जिसमें रतलाम के भाजपा महापौर प्रहलद पटेल से कुछ लोग कचरा वाहन की शिकायत लेकर पहुंचे थे उनका कहना था कचरा वाहन 2 से 3 दिन में घर पर आता है इस पर महापौर ने स्वयं स्वीकार कर लिया कि हां यह समस्या है ।कचरा वाहन 2 से 3 दिनों में घर पर आता है और जनता उन्हें गालियां देती है।
उन्होंने इस समस्या के निराकरण का उपाय बताते हुए बताया कि अब से कचरा वाहन शुल्क के नाम पर ₹2 प्रतिदिन प्रत्येक घर से वसूले जाएंगे और अनुमानित शहर में 72000 घर हैं जिनसे यह वसूली की जाएगी। उन्होंने कहा कि अभी कचरा वाहनों का मेंटेनेंस सही ढंग से नहीं हो पाता है जिससे यह समस्या आ रही है और उन्हें पैसों के लिए ऊपर हाथ फैलाने पडते हैं। शायद ऊपर से आशय उनका अपनी ही सरकार से था। इसके अलावा महापौर ने यह भी बताया कि यदि इस बार रतलाम की स्वच्छता रैंकिंग नहीं सुधरती है तो जो पैसा विकास कार्य के लिए आता है वह भी नहीं मिल पाएगा। तत्पश्चात महापौर ने एक जानकारी और जनता को साझा करते बोला कि रतलाम शहर के लिए बनाया गया ड्रीम प्रोजेक्ट अमृत योजना जो कि 2040 में पूरी होने वाली है और उस पर अनुमानित 72 करोड़ रूपया खर्च होना है यदि वह लेना है तो हमें शत-प्रतिशत सभी प्रकार के टैक्स वसूलने होंगे नहीं तो यह रुपया भी नहीं मिलेगा उन्होंने यह भी स्वीकार कर लिया कि अभी तक मात्र हाउसिंग टैक्स की 50% वसूली हुई है। उल्लेखनीय है कि अमृत योजना शहर विधायक चेतन कश्यप की एक सबसे बड़ी ड्रीम योजना में से एक है और शहर विधायक लगातार शहर के विकास के लिए प्रयासरत होकर नई नई योजनाएं ला रहे हैं यह समय महापौर का यह बयान आने वाले चुनाव को दृष्टिगत रखते हुए चर्चा का विषय बन गया है और ट्रिपल इंजन की सरकार पर प्रश्न चिन्ह लग रहा है