सुनो मुख्यमंत्री क्या कह रही है बहना हमें ₹1000 की भीख नहीं लेना
स्ट्रीट वेंडर योजना के साथ अन्याय
मध्य प्रदेश के राजा शिवराज सिंह चौहान रतलाम आ रहे हैं lऐसे में प्रशासन उनकी मेज़बानी के लिए कोई कोर कसर नहीं छोड़ना चाहता ।उनके स्वागत और पांडाल के लिए जहां एक और खिलाड़ियों के खेल के मैदान की नवनिर्मित बनी दीवार तोड़ दी गई ।तो अब एक नया नजारा सामने आया है रतलाम के कालेज रोड पर प्रतिदिन सेहत के लिए दुकान लगाने वाली एक महिला के अंकुरित चने देशभक्ति जनसेवा का नारा देने वाली पुलिस के द्वारा सिर्फ इसलिए सड़क पर बिखेर दिए गए कि उन्हें आज उसकी छोटी सी अल्प समय के लिए लगने वाली अस्थई दुकान रास नहीं आ रही थी। और वह मुख्यमंत्री के आगमन में पुलिस की निगाह में बाधा बन रही थी अथवा कहे तो चुभ रही थी। यह महिला प्रतिदिन यहां पर अंकुरित चने और जूस की दुकान लगाती है तथा यह अस्थाई दुकान प्रांत 10:00 बजे स्वयं समेट लेती हैल उसके निवेदन करने के पश्चात भी पुलिस वालों ने उसकी दुकान पर बेचने के लिए रखे हुए अंकुरित चने सड़क पर बिखेर दिए। हालांकि पुलिस का कहना है कि कृत्य पुलिस के द्वारा नहीं किया गया है। इस घटना के पश्चात लाडली बहना का आक्रोश फूट गया और वह चिल्लाती हुई नजर आ रही है कि हम मेहनत करके खाने वाले हैं हमें ₹1000 नहीं चाहिए ।₹1000 से किसी का घर नहीं चलता अब देखना है कि प्रशासन इस मामले में क्या करता है। क्योंकि मुख्यमंत्री हमेशा मंच से महिलाओं के हित की बात करते हैं और स्ट्रीट वेंडर योजना की भी बात की जाती है तो क्या यही स्ट्रीट वेंडर योजना है ।और मुख्यमंत्री के आगमन के नाम पर आम जनता को जो परेशान किया जा रहा है उसकी जिम्मेदारी कौन लेगा मुख्यमंत्री अथवा जिला प्रशासन या फिर ऊपर से ही ऐसे आदेश हैl सूत्रों के मुताबिक सोशल मीडिया पर मामला तूल पकड़ने पर प्रशासन के द्वारा महिला को कुछ आर्थिक क्षति पूर्ति कर कर मामले का पटाक्षेप कर दिया गया है।