जय हो बाबा महाकाल वाले सरकार.. मंदिर मस्जिद चर्च और गुरुद्वारा को भी अब मदिरा विरोध के लिए रजिस्ट्रेशन की दरकार..
यदि कोई मंदिर, मस्जिद ,चर्च,और गुरुद्वारा सरकारी रजिस्टर में रजिस्टर्ड नहीं है तो उसके आसपास शराब की दुकान खुल सकती है...
(www.csnn24.com) रतलाम/ हरिवंश राय बच्चन नाम यदि आपके जहन मैं आता है तो मधुशाला भी आपको याद आई होगी। मधुशाला में डॉक्टर हरिवंश राय बच्चन ने एक लाइन लिखी है बेर बढ़ाते मंदिर मस्जिद मेल कराती मधुशाला और इसी को चरितार्थ करते हुए और यही मधुशाला अब रतलाम में नए आयाम नए नियम नियमो के साथ खुल रही है। आज रतलाम में एक वाक्या हुआ गौशाला रोड पर मधुशाला खुल रही थी लोगों का विरोध शुरू हुआ हंगामा हुआ और फिर इसका पटाक्षेप हो गया। आरोप प्रत्यारोप धूमिल हो गए सरकार सर्वोपरि हो गए। मदिरालय तो यहीं पर खुलेगा नियम के अनुसार है।
अब सरकार का नियम भी सुनिए यदि मंदिर मस्जिद गुरुद्वारा और चर्च के आसपास कोई मधुशाला खोल रहा है तो उसका नाम सरकारी विभाग में रजिस्टर्ड होना चाहिए। इसका मतलब यह हुआ कि यदि आप मंदिर में पूजा और प्रार्थना करते हैं… मस्जिद में सजदा करते हैं …अथवा गुरुद्वारा में मत्था टेकते है ..अथवा चर्च में आराधना करते हैं तो वह सरकारी विभाग में रजिस्टर्ड होना चाहिए… तो क्या यहां पर ही ईश्वर, अल्लाह,वाहेगुरु, ओर जीसस बसते हैं। बाकी पूरे भारतवर्ष में जितने मंदिर हैं जो रजिस्टर्ड नहीं है वहां पर क्या इनका निवास नहीं है? बोलो सरकार यह कैसी रीति नीति?पूरी खबर के अनुसार रतलाम जिले में आबकारी नीति के अनुसार वर्ष 2024 25 के लिए नई आबकारी ठेकों का निर्धारण हो गया है। और अब नए ठेकेदार अपनी दुकान अपने पकवान और अपना क्षेत्र के हिसाब से काम कर रहे हैं। और उनके द्वारा विभिन्न क्षेत्रों में पुरानी दुकानों को छोड़कर नई दुकानों की स्थापना की जा रही है । और इसी के तारतम्य मैं रतलाम मैं भी और दुकानों को स्थान परिवर्तन हो रहा है। रतलाम के गौशाला रोड स्थित क्षेत्र में जब नवीन दुकान की स्थापना हो रही थी तो वहां के क्षेत्र वासियों ने जमकर इसका विरोध कर तथा बताया कि आसपास के क्षेत्र में मंदिर मस्जिद दोनों हैं। इस संदर्भ में लोगों ने आंदोलन कर कर दुकान पर तालाबंदी तक कर दी। जिला आबकारी अधिकारी ने संदर्भ में बताया कि दुकान विधिवत रूप से खोली गई है और लाइसेंस धारी व्यक्ति को दी गई है। क्षेत्र वासियों का विरोध था कि यहां पर आसपास में मंदिर और मस्जिद दोनों है। इस संदर्भ में आबकारी अधिकारी का कहना था कि जो भी काम किया गया है विधिवत किया गया है तथा यदि मंदिर मस्जिद जो सरकारी रजिस्टर्ड है वह नियम के अनुसार दुकान के क्षेत्र में आते हैं तो वहां पर दुकान नहीं खोली जाती है। और जहां पर विरोध हो रहा है वहां धार्मिक स्थल सरकारी विभाग में रजिस्टर्ड नहीं है। सभी आस्थावान लोगों ने रतलाम कलेक्ट्रेट में भी ज्ञापन दिया.. चेतावनी दी है।अब देखना है कि मामला कितना आगे बढ़ता है? या फिर यहां पर भी मामला ज्ञापन विज्ञापन में सीमित हो जाता है…
उल्लेखनीय की मध्य प्रदेश शासन में पूर्व मुख्यमंत्री बीजेपी की प्रखर नेत्री उमा भारती शराबबंदी का विरोध हमेशा करती रही है। इसके अलावा उन्होंने ऐसे क्षेत्रों में भी विरोध कर था जहां पर सरकारी स्कूल धार्मिक स्थल हो। शिवराज सरकार के द्वारा उनके विरोध के पश्चात सकारात्मक कदम उठाते हुए अथवा यह कहे तो मामले का पटाक्षेप करते हुए अहातों पर रोक लगा दी थी। इसके पश्चात भी निर्बाध रूप से रतलाम जिले के पूरे क्षेत्र में घोषित रूप से यह ढाबो के रूप में चल रहे हैं।
नोट इस खबर का उद्देश्य किसी भी धर्म विशेष अथवा धार्मिक स्थल को लेकर ठेस पहुंचाना नहीं है। अथवा किसी भी धार्मिक स्थल
का अपमान करना नहीं है। यह खबर सिर्फ कानूनी जानकारी और उसके विषय के संदर्भ में प्रकाशित की गई है। तथा नागरिकों की जागरूकता के लिए है कि वह अनावश्यक रूप से धार्मिक स्थलों के नाम पर मदिरालयों का विरोध ना करें क्योंकि यदि आपका धार्मिक स्थल सरकारी विभाग में रजिस्टर्ड नहीं है तो आप विरोध नहीं कर सकते। सरकारी स्कूल अथवा शैक्षणिक संस्थाओं के संदर्भ में क्या नियम है इसके बारे में हम जानकारी एकत्रित कर रहे हैं।