Publish Date: September 3, 2023
(www.csnn24.com) रतलाम जिले में बारिश के लिए अनोखे जतन सामने आ रहे हैं जहां एक और सरपंच को उल्टा गधे पर बैठ कर पर घुमाया जा रहा है, तो कहीं पर भोलेनाथ को मंदिर में पानी में डुबाया जा रहा है।
संपूर्ण रतलाम जिले में बारिश की खेंच ने किसानों के चेहरे पर परेशानी की लकीरें खींच दी है। मानसून के प्रारंभ में मानसून की अच्छी आमद ने एक समय किसानों के चेहरे खुशी से खिला दिए थे और किसानों ने समय पर अपनी बोवनी कर दी थी। परंतु इसके पश्चात अब बारिश की लंबी खेंच किसानों को एक बार फिर परेशानी में डाल दिया है किसानों की खेतों में लगभग तैयार हो चुकी सोयाबीन की फसले खराब होना शुरू हो गई है और किसानों का कहना है कि लगभग 50 परसेंट फसल तो उनकी पीली पड़ गई है और नष्ट हो गई है। और यदि अब बारिश नहीं होती है तो शेष फसल भी नष्ट हो जाएगी और किसानों को भविष्य में भी खेती करने में बहुत सी दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा। इसी के चलते किसान अब अनोखे तरीके अपना रहे हैं जिसे वह अपने पारंपरिक पूर्वजों की तकनीक या फिर कहीं टोने टोटके बताते हैं और कहते हैं कि इनको करने से अच्छी बारिश होती है। जहां एक और जिले में लोग अपना व्यवसाय व्यापार बंद कर कर उजमानी मना रहे हैं और गांव के बाहर जाकर जंगल में खाना बनाकर देवी देवता की पूजा कर कर उनको बारिश के लिए मना रहे हैं।
खासकर इंद्र देवता को मनाने की जुगत चल रही है। अब पुनः दो ऐसे मामले सामने आए हैं जो बारिश के लिए किसानों के द्वारा टोटके के रूप में किए गए हैं। रतलाम के ग्राम पलसोड़ा में एक अनोखा नजारा देखने को मिला जब ग्रामीणों ने गांव के सरपंच को गधे पर उल्टा बिठाकर उसकी यात्रा निकाली और शिव मंदिर में जाकर अच्छी बारिश के लिए इंद्र देवता को मनाया और पूजा अर्चना करी। तो वही रतलाम के करमदी गांव में शिव मंदिर मंदिर में विशेष पूजा अर्चना की जा रही है तथा वहां पर भोलेनाथ के शिवलिंग को तथा गर्भ ग्रह को पूरा पानी से भरकर भोलेनाथ को उसमें डुबो दिया गया है। किसानों का कहना है कि हमारे बड़े बुजुर्ग जब बारिश नहीं होती थी तो भगवान तथा इंद्र देवता को मनाने के लिए इस प्रकार के टोटके करते थे और इससे प्रसन्न होकर अच्छी बारिश होती है इसी के चलते यह टोटके किए जा रहे हैं।