भगवान चेतन्य काश्यप जी पर कृपा बनाए रखे, ये धर्म के काम करते रहे- सुश्री जया किशोरी जी…
चेतन्य काश्यप फाउंडेशन द्वारा आयोजित श्रीमद् भागवत कथा ज्ञानयज्ञ का भव्य समापन... सप्तम दिवस की शुभारंभ आरती में शामिल हुए केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल... विधायक काश्यप ने की विरुपाक्ष महादेव मंदिर का 33 लाख रुपए से भव्य द्वार बनाने की घोषणा...

(www.csnn24.com) रतलाम चेतन्य काश्यप फाउंडेशन द्वारा आयोजित श्रीमद् भागवत कथा ज्ञानयज्ञ का रविवार को सुप्रसिद्ध कथावाचक सुश्री जया किशोरी जी ने सबको राम-राम कहकर भव्य समापन किया। उन्होने कहा कि चेतन्य काश्यप परिवार ने भव्य आयोजन किया है। भगवान इन पर सदैव कृपा बनाए रखे और यह धर्म के काम करते रहे। अंतिम दिवस की कथा की शुभारंभ आरती में केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल भी शामिल हुए। विधायक चेतन्य काश्यप ने इस मौके पर अपने फाउंडेशन से बिलपांक के प्रसिद्ध श्री विरूपाक्ष मंदिर के प्रवेश मार्ग पर 33 लाख रुपए से भव्य द्वारा बनाने की घोषणा की। भागवत समापन पर यज्ञ हुआ, जिसमें श्री काश्यप ने सपरिवार आहुतियां दी।
पूर्णाहित पश्चात भागवत पौथी का पूजन कर उन्हें विदा किया। तत्पश्चात विप्रभोज कराया गया। मिनी महाकुंभ के रूप में आयोजित इस विराट आयोजन के समापन में महाप्रसादी भी हुई, जिसका असंख्य श्रद्धालुओं ने लाभ लिया।
सुश्री जया किशोरी जी ने भागवत कथा श्रवण कराते हुए कहा कि भगवान ने सीख दी है कि स्वार्थ वाला प्रेम, भक्ति, मित्रता ज्यादा समय तब नहीं टिकती। सबसे ऊपर कुछ है तो वह सिर्फ निःस्वार्थ प्रेम है। सच्चे भक्त को सिर्फ भगवान पर भरोसा होता है। भगवान अपनी हर लीला में यहीं सीख देते है। उन्होने कहा कि जीवन में आपकी संगत और सलाहकार बहुत मायने रखते है। पांच पांडव भगवान श्री कृष्ण की सलाह से सत्य के मार्ग पर चलकर बचे रहे, जबकि 100 कौरव, मामा शकुनि की सलाह मानकर खत्म हो गए। आप अपनी जिंदगी को शकुनी मामाओं से दूर रखे। दुनिया में सबसे कीमती चीज है समय, यदि आप उसे बर्बाद करेंगे तो एक दिन वह आपको बर्बाद कर देगा। कर्म का हिसाब भगवान भी चुका कर गए है। श्रीमद् भागवत कथा की यह सीख सबको याद रखनी चाहिए। कथा के आरंभ में फाउंडेशन अध्यक्ष एवं विधायक चेतन्य काश्यप, श्रीमती नीता काश्यप, सिद्धार्थ काश्यप, पूर्वी काश्यप एवं श्रवण काश्यप ने पौथी पूजन किया। इसके बाद समिति सदस्यों एवं अतिथियों द्वारा आरती की गई।