वो नर्सरी से बारहवीं तक का
मेरे विद्यालय के बारहवीं कक्षा के विदाई दिवस पर छात्रों के लिए मेरे द्वारा लिखी गई कविता
देखते हैं जब हम यादों के झरोखे से
कुछ नन्हे कदम… मासूम मुस्कान और
भी बहुत कुछ उभर आता है जेहन में हमारे
वो नर्सरी से बारहवीं तक का सफ़र …
सिर्फ तुम ही नहीं बढे साल दर साल
तुम्हारे सँग हमने भी की है
एक यात्रा…
उस यात्रा में हमें याद है
वो तुम्हारे नर्सरी क्लास में पैर पटककर रोने से लेकर हंसते हंसते खेलने तक का सफर…
वह डरी सहमी मासूम आंखों में तैरते ढेर सारे प्रश्नों से लेकर.. चहकते हुए गुड मॉर्निंग,गुड आफ्टरनून करने तक का सफर…
वो कभी किसी बात पर उलझ जाना अपने ही साथियों से……..रो-रो कर शिकायत करना उनकी
और कुछ समय बाद फिर उन्हीं फ्रेंड्स के गले में हाथ डाल कर मजे से घूमने तक का सफर…
तुम्हारी इस यात्रा को देखते रहे हम कभी मुस्कुराते हुए
कभी तुमसे मासूमियत का पाठ सीखते तो कभी तुम्हारी उपलब्धियों पर इठलाते हुए…
वह तुम्हारी कभी-कभी किसी टीचर से अनबन हो जाना..
बार-बार आकर पीरियड चेंज करने की गुहार लगाना..
हमारे ना मानने पर मायूस होकर मुंह लटकाना और फिर उन्ही टीचर को टीचर्स डे पर बेस्ट टीचर का ग्रीटिंग कार्ड
दे आना…
वो कभी किसी कंपटीशन में हाथों पर मेहंदी सजाना
तो कभी बेहद खूबसूरत रंगोली बनाना …
कभी किसी फ्री पीरियड में क्रिकेट पर हाथ जमाना
तो कभी ईश्वर अंकल के ढेर सारे समोसे चट कर जाना…
हमने देखा है लंच बॉक्स में फ्राइम्स बिस्किट कुरकुरे से लेकर
परांठे,समोसे और सेव परमल तक का सफर…
वो फोर लाइन्स कॉपी में ए फॉर एप्पल..से लेकर .
कॉपी के आखरी पन्नों पर लिखी शायरीयों तक का सफर…
इन सबके बीच कई 15 अगस्त और 26 जनवरी भी आई
हाँ,तुमने पूरे मन से देश भक्ति की जयकार लगाई
रक्षाबंधन दिवाली और ईद जब भी आई
हमने तुम्हें अगर 5 दिन की छुट्टियां दी..तो तुमने 10 दिन की मनाई…..
तनवीर मेम और अलका मेम ने कई बातें सिखाई
मनीष सर और रविंद्र सर की डांट समय-समय पर खाई
मीठे के साथ जिस तरह नमकीन होता है जरूरी
तुमने भी खट्टी मीठी बातें बखूब पचाई….
वो incomplete वर्क के लिए नित नये बहाने बनाना
जब प्रेजेंटेशन देने का टर्न हो तो तुम्हारा गायब हो जाना
पैरंट्स टीचर्स मीटिंग है ये मम्मी पापा को नहीं बताना
और जब मार्क्स काम आए तो फिर मासूम सी शक्लें बनाना….
ढेर सारी यादें लिए,आज दिन विदाई का आया
तुमने जो भी किया हमने दिल से अपनाया
तुम्हे स्नेह दिया तो दोगुना प्यार भी पाया
माता पिता ने जन्म दिया और शिक्षकों ने तुम्हें काबिल बनाया
दिल से दुआ है तुम्हारे लिए प्रगति पथ पर बढ़ते जाना
और फिर पहुंचकर किसी बड़े मकाम पर हमसे मिलने जरूर आना…
– Mahi shri
25/02/2023