24 घंटे के बाद भी चैतन्य टेक्नो स्कूल को नहीं मिला नोटिस… किसके आदेश का इंतजार…
2 लाख के जुर्माने से मिल सकता है अभयदान... यदि सत्य कार्रवाई नहीं हुई तो अन्य स्कूलों को भी मिलेगा बढ़ावा...

www.csnn24.com) रतलाम मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव की मंशा है कि प्रदेश के ऐसे स्कूल जो अपनी मनमर्जी का खेल खेल रहे हैं उन पर तत्काल लगाम लगाई जाए पूरे प्रदेश में कई मामले सामने आए हैं जब बहुत से स्कूलों पर बहुत कड़ी कार्रवाई जिला प्रशासन के द्वारा की गई है। कल रतलाम में ऐसा ही मामला सामने आया था जब डेलनपुर स्थित चैतन्य टेक्नो स्कूल जो पाठ्य सामग्री एवं यूनिफॉर्म का गोदाम बना हुआ था तथा यहां से अभी बाबा को स्कूल यूनिफॉर्म एवं पाठ्य सामग्री खरीदने का दबाव बनाया जा रहा था। रतलाम कलेक्टर राजेश बाथम के निर्देशन पर यह पूरी कार्रवाई हुई थी तथा तहसीलदार नायब तहसीलदार सहित जिला शिक्षा अधिकारी एवं अन्य अमला मौके पर पहुंचा था। संपूर्ण कार्रवाई संपन्न हुई पंचनामा बनाकर एक कक्ष में बरामद की गई ऐसी अध्ययन सामग्री एवं यूनिफॉर्म को सील बंद किया गया जो स्कूल के द्वारा स्कूल में ही बिना किसी परमिशन के अवेध तरीके से अभिभावकों को मन माने दामों पर बेची जा रही थी। परंतु 24 घंटे गुजर जाने के बाद भी अभी स्कूल को कोई नोटिस जारी नहीं हुआ है। जबकि पूरी तरह से मामला अभिभावकों पर दबाव बनाने का और यूनिफॉर्म खरीदने का तथा पाठ्य पुस्तक खरीदने का कांच की तरह साफ है। अब प्रश्न यह उठता है कि आखिर स्कूल को अभी तक क्यों नोटिस जारी नहीं किया गया। यदि सूत्रों की माने तो स्कूल को 2 लाख का जुर्माना लगाकर अभय दान दिया जा सकता है। 2 लाख जुर्माने की बात जिला शिक्षा अधिकारी पहले से ही बोल चुके हैं। हालांकि अभी जिला शिक्षा अधिकारी के अलावा रतलाम जिलाधीश के अधिकार में यह मामला आता है कि वह स्कूल पर प्रतिबंधात्मक कोई कार्रवाई करें अथवा जुर्माने की राशि इतनी करें जिस स्कूल को सबक मिल सके इसमें सबसे बड़ी बात यह भी है कि स्कूल के द्वारा कितने बच्चों के अभिभावकों को दबाव बनाकर यूनिफॉर्म एवं पाठ्य सामग्री किन दामों पर दी गई इसकी भी जांच होना चाहिए। तथा अभी अभिभावकों को उनका पैसा जो लागत से अधिक लिया गया है वापस दिया जाना चाहिए यह भी सुनिश्चित होना चाहिए।
जनसंपर्क की जानकारी के अनुसार इस प्रकार की सामग्री वहां से हुई थी जप्त :-
दल द्वारा स्कूल के ग्राउंड फ्लोर के तीन कक्षों एवं प्रथम तल के एक कक्ष में स्कूल ड्रेसेस तथा पाठ्य पुस्तकों का भंडारण पाया गया जिसमें 304 पैकेट में स्कूल ड्रेस, बेल्ट, टाई, मोजे, 295 पैकेट स्वेटर, कक्षा पहली से दसवीं तक की 366 बंडल पुस्तके तथा 9 पुस्तक पैकेट, तीन कॉपी के बंडल पाए गए। समस्त सामग्री सील करके जिला शिक्षा अधिकारी के सुपुर्द की गई है।
Popइस संदर्भ में जब जिला शिक्षा अधिकारी के.सी शर्मा से बात की गई तो उनका कहना था कि अभी जांच रिपोर्ट कलेक्टर साहब को भेज रहे हैं अभी तक नहीं भेजी है। अब प्रश्न यह उठता है कि आखिरकार इतनी लेट लतीफी क्यों जबकि प्रदेश में अन्य जिलाधीशों के द्वारा तत्काल कार्रवाई कर कर स्कूलों पर सख्त कार्रवाई की गई थी। परंतु रतलाम जिला प्रशासन एवं जिला शिक्षा अधिकारी किसके आदेश का इंतजार कर रहा है। या फिर यह कार्रवाई भी एक औपचारिक कार्रवाई के रूप में दर्ज हो जाएगी और प्रदेश में संदेश जाएगा कि रतलाम में भी स्कूलों पर कार्रवाई की जा रही है।
इस संदर्भ में जिलाधीश राजेश बाथम से फोन पर संपर्क करने का प्रयास किया गया उनके द्वारा टेक्स्ट मैसेज भेजा गया कि कुछ देर बाद में आपको कॉल करता हु।