ब्रेकिंग
राष्ट्रपति के नाम विश्व हिंदू परिषद का ज्ञापन... बंगाल में राष्ट्रपति शासन की मांग.... नगर निगम ने बांध दी ठठरी... डीपी ज्वेलर्स को थमाया एक लाख अस्सी हजार रुपए का नोटिस... रिश्वत लेते हुए सरपंच रंगे हाथों गिरफ्तार... ₹20000 की मांगी थी रिश्वत... हरे अथवा किसी भी रंग से मुझे कोई दिक्कत नहीं है परंतु कायदे में रहोगे तो फायदे में रहो.. भारत को पाक... भाजपा ने मुख्यमंत्री डॉ.मोहन यादव का किया आत्मीय स्वागत... अत्यधिक गर्मी एवं लू से बचने के लिए नागरिक अपनाएं सावधानियाँ.... कैबिनेट मंत्री चेतन्य काश्यप ने झंडा फहराकर भाजपा का 46 वा स्थापना दिवस मनाया... प्रदेश में हर्ष और उल्लास के साथ मना भाजपा का स्थापना दिवस.... अरेरा और शाहपुरा मंडल के बूथों पर भी मना स्थापना दिवस... 180 देशों में एक साथ मना विश्व नवकार महामंत्र दिवस....
व्यापार

भारत को नेशनल ग्रीन हाइड्रोजन मिशन को मंजूरी

इस पर 19,744 करोड़ रुपए खर्च करेगी सरकार

Publish Date: January 7, 2023

नेशनल ग्रीन हाइड्रोजन मिशन को मंजूरी दी गई है। इस मिशन के तहत सरकार भारत को ग्रीन हाइड्रोजन हब बनाना चाहती है। केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कैबिनेट मीटिंग में लिए गए निर्णयों की जानकारी देते हुए बताया कि सरकार ने 2030 तक 50 लाख टन ग्रीन हाइड्रोजन बनाने का लक्ष्य रखा है। नेशनल ग्रीन हाइड्रोजन मिशन के लिए 19,744 करोड़ रुपए की मंजूरी की गई है।

इस योजना के लिए प्रोत्साहित करने के लिए कंपनियों को इंसेंटिव दिए जाएंगे। इंसेंटिब पर 17,490 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे। नेशनल हाइड्रोजन मिशन का ऐलान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले साल 15 अगस्त 2021 में किया था।अनुराग ठाकुर ने बताया कि ग्रीन हाइड्रोजन हब्स का विकास किया जाएगा। इससे ग्रीन हाइड्रोजन के उत्पादक और उपभोक्ता को एक ही जगह पर लाया जाएगा। ताकि ट्रांसपोर्टशन भी न बढ़े और जरूरी इन्फ्रास्ट्रक्चर भी एक जगह उपलब्ध कराया जा सके। 2047 तक देश को एनर्जी इंडिपेंडेंट बनाने का लक्ष्य हम प्राप्त करें इसके लिए ये बहुत जरूरी कदम है।

ग्रीन हाइड्रोजन एनर्जी का सबसे साफ सोर्स है। इससे प्रदूषण नहीं होता है। ग्रीन हाइड्रोजन एनर्जी बनाने के लिए पानी से हाइड्रोजन और ऑक्सीजन को अलग किया जाता है। इस प्रोसेस में इलेक्ट्रोलाइजर का उपयोग होता है। इलेक्ट्रोलाइजर रिन्यूएबल एनर्जी (सोलर, हवा) का इस्तेमाल करता है। ग्रीन हाइड्रोजन का उपयोग ट्रांसपोर्ट, केमिकल, आयरन सहित कई जगहों पर किया जा सकता है।

सरकार हाइड्रोजन और अमोनिया को भविष्य के प्रमुख ईंधन के रूप में मान रही है। यह भविष्य में फॉसिल फ्यूल (पेट्रोल, डीजल, कोयला) को रिप्लेस करेगा। नई पॉलिसी में कहा गया है कि ग्रीन हाइड्रोजन बनाने वाले मैन्युफैक्चरर्स पावर एक्सचेंज से रिन्यूएबल पावर खरीद सकते हैं। मैन्युफैक्चरर्स खुद का भी रिन्यूएबल एनर्जी प्लांट लगा सकते हैं।ग्रीन हाइड्रोजन और ग्रीन अमोनिया बनाने की बात इसलिए हो रही है क्योंकि यह भविष्य का प्रमुख ईंधन माना जा रहा है। इसके तहत भारत ग्रीन हाइड्रोजन और ग्रीन अमोनिया जैसे ईंधनों में आत्मनिर्भर बनना चाहता है। पेट्रोलियम की तरह भारत इन ईंधनों के लिए दूसरे देश पर निर्भर नहीं रहना चाहता है।

Show More

Sheemon Nigam

Chief Editor csnn24.com Artist by Passion, Journalist by Profession. MD of Devanshe Enterprises, Video Editor of Youtube Channel @buaa_ka_kitchen and Founder of @the.saviour.swarm. Freelance Zoophilist, Naturalist & Social Worker, Podcastor and Blogger. Experience as Anchor, Content creator and Editor in Media Industry. Member of AWBI & PFA India.

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button
Don`t copy text!